हम भी आ पहुंचे कभी पहले आप ने बताया नहीं अब तो आनंद लेते रहेंगे सच में बालिकाओं के बिन सब घर बार अधुरा //
प्रिय भाई मलकीत जी हार्दिक अभिवादन और अभिनन्दन भ्रमर का दर्द और दर्पण में ..बड़ी ख़ुशी हुयी आप को देख ... आभार आप के स्नेह के लिए यहाँ तक आप पहुंचे वैसे तो हम जागरण जंक्शन में साथ साथ हैं ही लेकिन इस घर में आने से और हर्ष हुआ इसी तरह के और भी पांच घर हैं आभार प्रोत्साहन हेतु भ्रमर ५
हम भी आ पहुंचे कभी पहले आप ने बताया नहीं अब तो आनंद लेते रहेंगे सच में बालिकाओं के बिन सब घर बार अधुरा //
जवाब देंहटाएंप्रिय भाई मलकीत जी हार्दिक अभिवादन और अभिनन्दन भ्रमर का दर्द और दर्पण में ..बड़ी ख़ुशी हुयी आप को देख ...
आभार आप के स्नेह के लिए यहाँ तक आप पहुंचे वैसे तो हम जागरण जंक्शन में साथ साथ हैं ही लेकिन इस घर में आने से और हर्ष हुआ इसी तरह के और भी पांच घर हैं
आभार प्रोत्साहन हेतु
भ्रमर ५
बहुत बढ़िया पोस्ट!
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
एह गल बधिया किती .....!
जवाब देंहटाएंਜੇ ਨਾ ਹੁੰਦੀਆਂ ਕੁੜੀਆਂ .....
जवाब देंहटाएंਤੇ ਦੁਨੀਆਂ ਨਾ ਹੁੰਦੀ ....
ਫੇਰ ਕੁੜੀਆਂ ਦੇ ਲੇਖੇ ਇਤਨੇ ਦੁਖ ਕਯੋਂ ਨੇ .....?
बढ़िया कहा | इनके बिना नई पीढ़ी का आगमन नहीं हो सकता | इनका सम्मान खुद का सम्मान | ये हैं तो हम हैं |
जवाब देंहटाएंआपके पोस्ट पर आना सार्थक होता है । मेरे नए पोस्ट "खुशवंत सिंह" पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएं